अमित शाह ने हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर को दिल्ली तलब किया, आईटीबीपी कार्यक्रम छोड़ा

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को दिल्ली तलब किया है। गुरुवार को सूत्रों ने बताया कि सत्तारूढ़ पार्टी ने राज्य में उम्मीदों के विपरीत काम किया है। पार्टी के हरियाणा प्रमुख सुभाष बराला ने भी पद छोड़ने की पेशकश की है। विधानसभा चुनाव के रुझानों पर गौर करें तो कांग्रेस, भाजपा को कड़ी टक्कर दे रही है।


न्यूज एजेंसी के मुताबिक, शाह आज आईटीबीपी के कार्यक्रम में शामिल होने वाले थे, जिसे उन्होंने रद्द कर दिया है। हरियाणा के 90 सीटों वाले राज्य में कांग्रेस, भाजपा को कड़ी टक्कर देते हुए 35 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। भाजपा भी 35 सीटों पर आगे चल रही है। जजपा 9 सीटों पर, जबकि इनेलो 2, बहुजन समाज पार्टी 1 पर आगे है।


नतीजे के बाद तय करेंगे कि किसके साथ जाना है: चौटाला


बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने जजपा नेता दुष्यंत चौटाला से समर्थन के लिए संपर्क किया है। चौटाला ने भी कहा है कि अगर राज्य में किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला तो उनकी पार्टी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। नतीजे आने के बाद ही हम तय करेंगे कि भाजपा के साथ जाना है या कांग्रेस के साथ या फिर विपक्ष में बैठना है।


इस बार सत्ता की चाबी हमारे हाथ- दुष्यंत चौटाला


उन्होंने कहा कि इस बार सत्ता की चाबी हमारे पास होगी। 11 महीनों से जो मेहनत की यह उसी का नतीजा है। प्रदेश की जनता बदलाव चाहती है। जनता ने 11 महीने पुरानी पार्टी पर भरोसा जताया है। हमारे सभी कार्यकर्ताओं ने कड़ी मेहनत की है। उनका (भाजपा) 75 पार तो फेल हो गया, अब यमुना पार करने की बारी है।


'हमें भाजपा सरकार के खिलाफ जनादेश मिला'
कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा, ''हमें भाजपा सरकार के खिलाफ जनादेश मिला है। अब हम सभी के साथ मिलकर मजबूत सरकार बनाएंगे। एकाध मंत्री को छोड़कर सारे मंत्री हारे हैं। ये दिखाता है कि भाजपा सरकार विफल रही है। मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। सभी साथियों को पूरा मान-सम्मान देंगे।